अब होगा भारत का खुद का स्पेस स्टेशन
* भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन(BAS): भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भारत अपने अंतरिक्ष अनुसंधान और अन्वेषण कार्यक्रमों के तहत एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल करने की दिशा में बढ़ रहा है - भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन (BAS)। यह परियोजना न केवल भारत की वैज्ञानिक और तकनीकी क्षमताओं को बढ़ावा देगी, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और अनुसंधान के नए अवसर भी प्रदान करेगी। * BAS की विशेषताएं और उद्देश्य* - *मॉड्यूलर डिज़ाइन*: BAS में पांच मॉड्यूल होंगे, जिनमें एक कोर मॉड्यूल, विज्ञान प्रयोगशाला, बेस मॉड्यूल और कॉमन वर्किंग मॉड्यूल शामिल हैं। - *वैज्ञानिक अनुसंधान*: BAS पर विभिन्न वैज्ञानिक अनुसंधान गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा, जैसे कि माइक्रो गुरुत्वाकर्षण अनुसंधान, पृथ्वी अवलोकन और जैव चिकित्सा प्रयोग। - *अंतरिक्ष अन्वेषण*: BAS भारत के लिए चंद्रमा और मंगल मिशनों में एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में कार्य करे * BAS के प्रमुख घटक और संरचना* - *5 मॉड्यूल*: BAS में पांच मॉड्यूल होंगे, जिनमें विभिन्न वैज्ञानिक उपकरण और जीवन समर्थन प्रणालियाँ होंगी। - *सौर ऊर्जा*: BAS सौर ऊर्जा से संचालित ...