PM सूर्या घर मुफ़्त बिजली योजना
प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना: राजस्थान में ऊर्जा की नई क्रांति
भारत में ऊर्जा की समस्या और बढ़ती बिजली की कीमतों के बीच, फरवरी 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई पीएम सूर्य घर योजना राजस्थान में भी तेजी से फैल रही है। इसका उद्देश्य है घरेलू छतों पर सोलर पैनल लगाकर निशुल्क और सस्ती स्वच्छ बिजली देना, जिससे बिजली बिलों में भारी कटौती हो और ऊर्जा की आत्मनिर्भरता बढ़े।
राजस्थान में योजना के आंकड़े और प्रगति
रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी 2025 तक पूरे देश में लगभग 8.46 लाख घरेलू सौर पैनल लगाए जा चुके हैं, जिनमें से राजस्थान में करीब 59,260 परिवार इस योजना का लाभ ले रहे हैं।
केंद्र और राज्य सरकार मिलाकर प्रत्येक परिवार को ₹50,000 तक की सब्सिडी देती है, जिसमें केंद्र की हिस्सेदारी ₹33,000 और राज्य की ₹17,000 है।
अब तक योजना के तहत लगभग ₹430 करोड़ की वित्तीय सहायता राजस्थान के लाभार्थियों को दी जा चुकी है।
योजना के तहत हर परिवार को माहने 150 यूनिट तक की मुफ्त बिजली मिलती है, जिससे बिजली के औसत बिलों में 70-80% तक की बचत होती है।
राज्य में सोलर पावर की कुल स्थापित क्षमता 18 गीगावाट से अधिक है, जो इसे भारत का एक अग्रणी सौर ऊर्जा केंद्र बनाती है।
केंद्र सरकार ने राजस्थान में सोलर पैनल लगाने वाले लाभार्थियों के लिए आसान ऋण सुविधा भी प्रदान की है, जिससे लोगों के लिए निवेश आसान हो गया है।
राजस्थान में इस योजना के तहत सोलर पैनल लगाने की दर में 32% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है जो राज्य की ऊर्जा स्वच्छता और विकास को दर्शाती है।
योजना के फायदे
बिजली के बिलों में भारी कमी, जिससे आर्थिक राहत मिलती है।
प्रदूषण कम होता है और पर्यावरण को स्वच्छ बनाना संभव होता है।
ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में बिजली की गारंटीड आपूर्ति।
ऊर्जा सुरक्षा बढ़ाना और स्वदेशी ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देना।
सोलर पैनल इंस्टॉलेशन रोजगार के अवसर भी बढ़ा रहा है।
पात्रता एवं आवेदन
राजस्थान निवासी जिनके घर की छत सोलर पैनल के लिए उपयुक्त हो।
पहले से सौर ऊर्जा उपयोक्ता नहीं होना चाहिए।
आवेदन ऑनलाइन या नजदीकी बिजली वितरण केंद्र पर किया जा सकता है।
निष्कर्ष
पीएम सूर्य घर योजना राजस्थान के लोगों को सस्ती और स्थायी ऊर्जा प्रदान करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। इस योजना ने अब तक हजारों घरों को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बना दिया है और आगे बढ़ते हुए यह संख्या और भी बढ़ेगी। यह योजना न केवल आर्थिक रूप से मददगार है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक बड़ा कदम है।
अगर राजस्थान में कोई भी इस योजना का लाभ नहीं उठा रहा है तो तुरंत आवेदन कर यह अवसर प्राप्त करें।
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